कुलपति प्रोफ़ेसर रतन लाल हंगालू की बहाली तक कार्य बहिष्कार करेंगे शिक्षक: इलाहबाद विश्वविद्यालय

  • कुलपति की बहाली तक कार्य बहिष्कार करेंगे शिक्षकइलाहाबाद विश्वविद्यालय संघटक महाविद्यालय शिक्षक संघ (ऑक्टा) की ओर से आज इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रतनलाल हांगलू के समर्थन में और उनके इस्तीफ़ा देने के विरोध  में  डॉ एस पी सिंह की अध्यक्षता में सीएमपी महाविद्यालय में आम सभा हुई, जिसमें 11 संगठक महाविद्यालयों से 350 से अधिक शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित थे।कुलपति की बहाली तक कार्य बहिष्कार करेंगे शिक्षक
    इलाहाबाद विश्वविद्यालय संघटक महाविद्यालय शिक्षक संघ (ऑक्टा) की ओर से आज इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रतनलाल हांगलू के समर्थन में और उनके इस्तीफ़ा देने के विरोध  में  डॉ एस पी सिंह की अध्यक्षता में सीएमपी महाविद्यालय में आम सभा हुई, जिसमें 11 संगठक महाविद्यालयों से 350 से अधिक शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित थे आम सभा में पूरे घटनाक्रम के बारे में ऑक्टा महासचिव डॉ उमेश प्रताप सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि गिनती के पांच- सात सेवानिवृत्त प्रोफेसर और चांद छात्र नेताओं के अपने निहित स्वार्थवश विरोध के कारण प्रोफेसर जोशी के दबाव में मंत्रालय ने कुलपति से इस्तीफा लिया है। जिसका ऑक्टा विरोध करती है। यह विश्वविद्यालय और कुलपति की स्वायत्तता पर भी चोट है।सभा को डॉ अनुपम आनंद, डॉ मीना राय, डॉ रणधीर सिंह, डॉ नरेंद्र बाजपेई, डॉ धीरज चौधरी, डॉ संजय सिंह   सहित अनेक शिक्षक शिक्षिकाओं ने संबोधित किया और सभी ने एक स्वर में कुलपति पर दबाव डालने की निंदा की और उनकी बहाली तक आंदोलन को तेज करने का आह्वान किया।आम सभा में एक मत से यह निर्णय लिया गया कि जब तक कुलपति का इस्तीफा अस्वीकार नहीं कर दिया जाता है तब तक महाविद्यालय के शिक्षक अपने महाविद्यालय में उपस्थित रहते हुए भी कोई कार्य नहीं करेंगे, और जरूरत पड़ी तो अपने आंदोलन को सड़क पर ले आएंगे। रोज आक्टा की ओर से एक पत्र महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मानव संसाधन विकास मंत्री को भेजा जाएगा सीएमपी महाविद्यालय में मानव श्रृंखला बनाकर मंत्रालय के दबाव का विरोध किया गया और कुलपति की वापसी तक आंदोलन करने का संकल्प लिया गया।अधिकांश युवा शिक्षकों की मांग को देखते हुए  सभा में यह निर्णय लिया गया कि सुभाष चौराहे से चर्च चौराहे तक सिविल लाइंस में एक जुलूस निकाला जाएगा।सभी शिक्षक शिक्षिकाएं 4:00 बजे सुभाष चौराहे पर इकट्ठा हुए। शिक्षकों की भारी संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन ने धारा 144 का हवाला देते हुए जुलुस नहीं निकालने दिया। फिर भी सभी शिक्षक 1 घंटे तक सुभाष चौराहे पर खड़े रहे और मीडिया से भी बात किया।आम सभा के पश्चात आक्टा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया था , जिसमें आक्टा महासचिव डॉ उमेश प्रताप सिंह ने बताया कि सभी शिक्षकों ने यह निर्णय लिया है कि कुलपति के इस्तीफे का विरोध किया जाएगा और तब तक कार्य नहीं किया जाएगा जब तक की कुलपति प्रो हांगलू की बहाली नहीं हो जाती है। डॉ सिंह ने  बताया कि एक पत्र महामहिम राष्ट्रपति को प्रेषित किया गया है जिसकी प्रति प्रधानमंत्री, मानव संसाधन विकास मंत्री, सचिव मानव संसाधन विकास मंत्री को भी भेजी गई है। पत्र में यह संभावना व्यक्त की गई है  कि इससे महाविद्यालय और विश्वविद्यालय में अराजकता की स्थिति पैदा हो सकती है ।यह भी कहा गया है कि इससे नियुक्तियां प्रभावित होने से विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों की गुणवत्ता प्रभावित होगी और साथ ही सभी विकास कार्य ठप्प पड़ जायेंगे। पत्र में कहा गया है कि सभी शिक्षक और कर्मचारी माननीय कुलपति के साथ हैं।पत्र में महामहिम राष्ट्रपति से यह मांग की गई है कि वह कुलपति का इस्तीफा स्वीकार ना करें।-डॉ उमेश प्रताप सिंह महासचिव, ऑक्टा